सब मिलकर गाओ, दिखाओ अपना जोश,
यह है जनुककोश, अपना जनुककोश!
तेईस लड़ियाँ रंगबिरंगी, जनुकों से भरी हुईं
पाओगे इन्हें हर कोशिका में अपनी छुपी हुईं
जीवनसृष्टी का रहस्य अब नहीं रहा अदृष्य,
यह है जनुककोश, अपना जनुककोश!
चार अक्षर जीवन के, जनुक हज़ारों-हज़ार
इन्हीं से बनते हम-तुम, अपने रिश्ते भी मेरे यार
इसकी जटिलताएँ समझ, उड़ जाते हैं होश,
यह है जनुककोश, अपना जनुककोश!
असीम चाफळकर, १५ सितंबर २०२३
Aseem Chaphalkar
Aseem is a PhD scholar who works in Kausik Chakraborty lab on biophysics of protein folding and aggregation. He is an amateur Sci-Fi story writer and science communicator, mostly writes in Marathi.